खबरीलाल टाइम्स डेस्क:आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर भारत तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम करने में सफल रहा है. इसके साथ ही भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी में सबसे सफल टीम बन गई है. वहीं यह रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया का बीते एक साल में दूसरा खिताब जीता है
न्यूजीलैंड से मिले 252 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को रोहित शर्मा और शुभमन गिल की जोड़ी ने मजबूत शुरुआत दिलाई. दोनों ने पहले विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी की. हालांकि, इसके बाद भारत को तीन झटके लगे. लेकिन फिर अक्षर पटेल और श्रेयस अय्यर ने आकर चौथे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी की. रवींद्र जडेजा ने भारत के लिए जीत के रन बनाए.
इससे पहले दुबई में आज टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कीवी टीम 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 251 रन तक ही पहुंच पाई. विपक्षी टीम की तरफ से सबसे सफल बल्लेबाज डेरेल मिचेल रहे. जिन्होंने 101 गेंदों में 63 रन बनाए. मिचेल के अलावा माइकल ब्रेसवेल ने 40 गेंदों में नाबाद 53 रनों की पारी खेली. विल यंग और रचिन रवींद्र की जोड़ी ने न्यूजीलैंड को आक्रमक शुरुआत दिलाई थी, लेकिन जैसे ही दोनों आउट हुए, न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी दबाव में आ गई. भारतीय स्पिनरों ने 11 से 41 ओवरों के बीच कसी हुई गेंदबाजी की. भारत के लिए वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव ने दो-दो विकेट झटके.
पूरा इंडिया पार्टी करेगा आज – कुलदीप यादव
सौभाग्य से मेरी बैटिंग की जरूरत नहीं थी. केएल और हार्दिक ने शानदार प्रदर्शन किया. मैं पसंदीदा टैग में विश्वास नहीं करता लेकिन हम शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. यह जीत हमारे फैंस के लिए हैं. यह कहना आसान है कि टीम में चार स्पिनर हैं, लेकिन चार स्पिनरों को संभालना बहुत मुश्किल है. बहुत सारी योजनाएं थीं और सारा श्रेय रोहित भाई को था. वह दो-तीन दिनों से प्लान कर रहे थे. आज पूरा इंडिया पार्टी करेगा
हार्दिक पंड्या जीत के बाद बोले
हार्दिक पांड्या ने कहा,”आईसीसी प्रतियोगिता जीतना हमेशा अद्भुत होता है. मुझे 2017 बहुत करीब से याद है, उस वक्त खत्म नहीं कर सका. यहां ऐसा करके बहुत खुशी हुई. केएल शांत थे, उन्होंने सही समय पर मौके का फायदा उठाया. उनमें अपार प्रतिभा है, कोई भी उनके जितना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकता.”
जीत के बाद बोले रवींद्र जडेजा
“मेरा नंबर ऐसा है कि कभी होरा या कभी ज़ीरो बनने का मौक़ा मिलता है. हालांकि जिस तरह से हार्दिक और राहुल ने बल्लेबाज़ी की, उससे काम आसान हो जाए. यह हमारे लिए बहुत बड़ा मौक़ा है. इतने साल क्रिकेट खेलने के बाद अगर ट्रॉफ़ी आपके हिस्से में नहीं आती तो निराशा होता है लेकिन हम लकी हैं.