खबरीलाल टाइम्स, पूर्णिया, बिहार डेस्क: राजकीय चिकित्सिका महाविद्यालय एवं अस्पताल के पारा मेडिकल भवन में सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिले के सभी प्रखंड में संचालित स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा लोगों को मिल रहे स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी लेते हुए हो रहे कमी में तत्काल सुधार करने का आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों में उपस्थित चिकित्सकों द्वारा अस्पताल में उपस्थित सभी मरीजों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करते हुए सभी जानकारी पोर्टल पर दर्ज करने का निर्देश दिया गया।

सभी चिकित्सकों द्वारा सभी स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में उपस्थित मरीजों के शत-प्रतिशत चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। चिकित्सकों द्वारा ओपीडी के माध्यम से मरीजों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने की जानकारी राज्य स्वास्थ्य विभाग को पोर्टल के माध्यम से प्रदर्शित किया जाता है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों द्वारा जांच और उपचार में और तेजी लाते हुए ज्यादा से ज्यादा मरीजों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने पर विशेष जोर देने का निर्देश दिया गया। मासिक समीक्षा बैठक में सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया के साथ डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास, एनसीडीओ डॉ सुभाष कुमार सिंह, डीआईओ डॉ विनय मोहन, डीसीएम संजय कुमार दिनकर, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, डीएमएनई आलोक कुमार, डीसीक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा, एनसीडीओ यूनिसेफ जिला सलाहकार शिवशेखर आनंद, एनसीडीओ वित्तीय सलाहकार केशव कुमार, एसएमसी मुकेश कुमार गुप्ता, डब्लूएचओ एसएमओ डॉ अरुल मुर्गन, डब्लूएचओ एफपीआईयूसी डॉ मृणाल शर्मा सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और सभी प्रखंड के प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी, बीएचएम, बीसीएम और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

टेलीकंस्लटेंसी को शत प्रतिशत पूरा करने का दिया गया निर्देश :

सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारियों को टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों पर उपस्थित मरीजों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया गया। सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि प्रखंड स्वास्थ्य केंद्रों में उपस्थित चिकित्सकों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित अस्पतालों में उपस्थित मरीजों को टेलीकंस्लटेंसी के माध्यम से लगातार चिकित्सकीय उपचार प्रदान करना सुनिश्चित करना चाहिए। टेलीकंस्लटेंसी कम होने वाले समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी को विशेष ध्यान देते हुए तत्काल शत प्रतिशत टेलीकंस्लटेंसी चिकित्सकीय सहायता प्रदान करना सुनिश्चित करना है जिससे कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को घर के नजदीक बेहतर चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध हो सके और लोग स्वस्थ रह सकें।

गर्भवती महिलाओं और बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने का दिया गया निर्देश :

समीक्षा बैठक में सिविल सर्जन द्वारा सभी प्रखंड में गर्भवती महिलाओं और बच्चों को शत प्रतिशत टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि जिले में 95 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं और शिशुओं की टीकाकरण की स्थिति पोर्टल में प्रदर्शित किया जा रहा है। आशा कर्मियों द्वारा नियमित टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराते हुए सभी जानकारी पोर्टल पर दर्ज करना सुनिश्चित करना है। लोगों को नियमित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर नियमित रूप से हेल्थ मेला आयोजित करना सुनिश्चित करना है जिससे कि स्थानीय लोगों द्वारा टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का आसानी से लाभ उठाना सुनिश्चित किया जा सके। गर्भवती महिलाओं की जांच और टीकाकरण जिला स्वास्थ्य विभाग को नियमित रूप से भेजना सुनिश्चित करना है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 09 और 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन किया जाता है। इस दौरान गंभीर गर्भवती महिलाओं की पहचान सुनिश्चित करते हुए संबंधित महिलाओं को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना है जिससे कि मां और होने वाले बच्चे स्वास्थ्य और सुरक्षित रह सके। गर्भवती महिलाओं की प्रसव नजदीकी अस्पताल में कराते हुए मां और बच्चे के स्वास्थ्य संबंधित सभी जानकारी पोर्टल पर दर्ज करना सुनिश्चित करना है।

सभी स्वास्थ्य केंद्रों में दवा उपलब्धता नियमित रखना आवश्यक, कमी होने पर रिपोर्ट करना जरूरी :

सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर शत प्रतिशत दवा उपलब्धता सुनिश्चित रखना है। कमी होने पर जिला स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करना है जिससे कि समय पर सभी अस्पताल को दवा उपलब्ध कराई जा सके। प्रखंड से सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर भी नियमित रूप से दवा उपलब्ध रहना चाहिए। जिस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में दवा कम हो रहा हो वहाँ संबंधित प्रखंड या आसपास के प्रखंड से दवा उपलब्धता तत्काल सुनिश्चित करना है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में दवा उपलब्धता की जानकारी पोर्टल के माध्यम से राज्य स्वास्थ्य विभाग को प्रदर्शित किया जाता है। इसलिए सभी अस्पतालों में लगातार 80 प्रतिशत से अधिक दवा उपलब्धता सुनिश्चित रखना है। जिस अस्पताल में दवा की उपलब्धता अधिक हो वहां से नजदीकी अस्पताल में भेजना सुनिश्चित करना है जिससे कि संबंधित क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सके और लोग स्वास्थ रह सकें।

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