खबरीलाल टाइम्स, खूँटी, झारखण्ड डेस्क: “मिशन वात्सल्य के कार्यान्वयन में CLCP मॉडल के समावेशन” को लेकर आज DRDA सभागार, खूँटी में जिला परामर्श का आयोजन किया गया। इस परामर्श का आयोजन जिला बाल संरक्षण इकाई, खूँटी एवं चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट (सिनी) संस्था द्वारा संयुक्त रूप से किया गया, जिसमें जिले के जनप्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं नागरिक समाज संगठनों (CSOs) के प्रतिनिधि शामिल हुए।
परामर्श में सिनी संस्था द्वारा संचालित समुदाय नेतृत्व बाल संरक्षण (CLCP) परियोजना के सफल अनुभवों को साझा किया गया। सिनी के सुभादीप अधिकारी ने CLCP मॉडल की विशिष्टताओं और उसके मूल्यवर्धन पर प्रस्तुति दी, जिसमें बाल संरक्षण हेतु समुदाय आधारित दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित किया गया। इसके बाद, स्थानीय नियोजन प्रक्रियाओं में बच्चों से संबंधित मुद्दों और समुदाय के सामने आ रही चुनौतियों पर चर्चा की गई।
प्रैक्सिस संस्था की विजेता एवं समुदाय से जुड़े नेचुरल लीडर्स ने समुदाय-आधारित आकलन के निष्कर्ष प्रस्तुत किए। वहीं, जिला पंचायती राज विभाग से शशि किरण ने विभाग की मौजूदा पहलों और नवाचारों को साझा किया, जिसमें पंचायत स्तर पर क्षमता निर्माण की प्रक्रियाएँ शामिल थीं।
परामर्श के दौरान विभिन्न विभागों, नागरिक समाज संगठनों और सामुदायिक प्रतिनिधियों ने मिलकर चुनौतियों के समाधान और भविष्य की रणनीति तैयार करने के उद्देश्य से समूह चर्चा की।
कार्यक्रम का उद्बोधन जिला परिषद् की उपाध्यक्ष श्रीमती मंजू देवी एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी मो० अल्ताफ़ खान ने किया। इसके अलावा, मो० शमिमुद्दीन, डीपीएम JSLPS मनीषा सांचा, सिनी से प्रतीक, अशोक एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
यह परामर्श मिशन वात्सल्य के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ, जिसमें प्रशासन, समुदाय और सामाजिक संगठनों के बीच सहयोग को सुदृढ़ करने पर बल दिया गया।