खबरीलाल टाइम्स, मधुबनी, बिहार: बताया कि इस योजना के तहत सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा, UCD बैंक और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक द्वारा अच्छा कार्य किया गया, जबकि बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बडौदा, यूनियन बैंक, आईडीबीआई बैंक, बंधन बैंक, एक्सिस बैंक, HDFC बैंक और ICICI बैंक द्वारा निराशाजनक कार्य को लेकर जिलाधिकारी महोदय ने असंतोष व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने सख्त निर्देश दिया कि 28 फरवरी 2025 तक सभी बैंक अपना शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करें और ऋण भुगतान की कार्रवाई भी सुनिश्चित करें, अन्यथा ऐसे बैंकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं PMFME योजना के तहत जिला को आवंटित लक्ष्य 370 के मुकाबले 239 आवेदनों की स्वीकृति प्राप्त हुई। सभी बैंकों को निर्देशित किया गया कि किसी भी आवेदन को अस्वीकृत न करें और आवेदन के साथ चर्चा करने के बाद ही अस्वीकृति की कार्रवाई की जाए। साथ ही यह निर्देश भी दिया गया कि बैंक स्वयं अपने स्तर पर अच्छे आवेदकों के लिए आवेदन सृजित करें ताकि वे लाभ प्राप्त कर सकें।
इस योजना के तहत यूको बैंक, HDFC बैंक और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक द्वारा ऋण स्वीकृति पर संतोष व्यक्त किया गया। अन्य बैंकों को भी 28 फरवरी 2025 तक शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही इस योजना की अगली समीक्षा बैठक 01 मार्च 2025 को आयोजित करने का निर्णय लिया गया।
इस बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र रमेश कुमार और सभी संबंधित बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।