खबरीलाल टाइम्स डेस्क : पूर्वोत्तर क्षेत्र में दिव्यांगजनों (पीडब्ल्यूडी) और वरिष्ठ नागरिकों के लिए पहुंच और सेवा वितरण के विस्तार की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक उपक्रम, भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एएलआईएमसीओ) त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले के पुरबा लक्ष्मीबिल में अपना पहला सहायक उत्पादन केंद्र (एएपीसी) स्थापित करने जा रहा है।
यह केंद्र पूर्वोत्तर क्षेत्र में 45 करोड़ रुपये के निवेश के साथ, सहायक उपकरणों के निर्माण और सेवा वितरण में एक नए युग की शुरुआत करेगा। यह पूर्वोत्तर में कुशलतापूर्वक सेवा प्रदान करने के लिए एक समर्पित उत्पादन और वितरण सुविधा की आवश्यकता को पूरा करेगा। इस नई पहल का उद्देश्य स्थानीय आबादी के लिए रोजगार के अवसर पैदा करते हुए सहायक उपकरणों तक पहुंच को बढ़ाना है।
इस सुविधा के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास समारोह 1 मार्च, 2025 को होगा, जिसमें त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री बीएल वर्मा जैसे गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे। इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में त्रिपुरा सरकार के समाज कल्याण मंत्री श्री टिंकू रॉय, पश्चिम त्रिपुरा के सांसद श्री बिप्लब देव और बिशालगढ़ के विधायक श्री सुशांत देब शामिल होंगे।
यह पहल क्षेत्रीय सशक्तिकरण और समावेशिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो पूरे भारत में दिव्यांगजनों की सेवा के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। त्रिपुरा की राज्य सरकार ने सिपाहीजाला जिले में भूमि अधिग्रहण को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के मार्गदर्शन में इन प्रयासों में तेजी लाई गई है।
इस अवसर पर एएलआईएमसीओ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री प्रवीण कुमार, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के उप सचिव श्री ए. के. पांडे तथा त्रिपुरा के समाज कल्याण विभाग और सिपाहीजाला जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे