खबरीलाल टाइम्स | पटना डेस्क
बिहार चुनाव समाप्त हो चुके हैं और राज्य नई सरकार के शपथ ग्रहण का इंतजार कर रहा है। गुरुवार को नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। सभी नए विधायक पटना पहुँच चुके हैं, लेकिन इसी बीच जनता के बीच एक बड़ा सवाल तेजी से चर्चा में है—“बिहार के विधायक आखिर कितनी सैलरी लेते हैं?”
खबरीलाल टाइम्स की टीम ने इस सवाल का जवाब ढूंढ निकाला है। बिहार के विधायकों की सैलरी और सुविधाएँ जानकर आम लोग हैरान रह जाएँगे।
बिहार के एक MLA की कुल सैलरी: ₹1.4 से ₹1.5 लाख प्रति माह (टेक-होम)
यह राशि विभिन्न भत्तों और सुविधाओं को जोड़कर बनती है। आइए विस्तार से समझते हैं—
👉 1. बेसिक सैलरी: ₹50,000
👉 2. क्षेत्र (Constituency) भत्ता: ₹55,000
👉 3. PA भत्ता: ₹40,000
👉 4. स्टेशनरी भत्ता: ₹15,000
👉 5. डेली अलाउंस:
विधानसभा/कमेटी बैठक के दौरान ₹3,000 प्रति दिन
सैलरी के अलावा बिहार के विधायक को मिलने वाली बड़ी सुविधाएँ
विधायकों को सिर्फ सैलरी ही नहीं मिलती, बल्कि कई तरह के सरकारी लाभ मिलते हैं जो उनके कुल पैकेज को और बड़ा बना देते हैं—
✔ रेल/फ्लाइट यात्रा के लिए सालाना ₹4 लाख तक के मुफ्त ट्रैवल कूपन
✔ परिवार के लिए भी फ्री यात्रा सुविधा
✔ ₹25 लाख तक सस्ती ब्याज दर पर वाहन लोन
✔ पटना में सरकारी आवास
✔ सरकारी व निजी अस्पतालों में विधायक और परिवार का मुफ्त इलाज
✔ बिजली, पानी, फोन बिल पर भारी छूट
✔ ऑफिस संचालन हेतु स्टाफ, स्टेशनरी व फोन बिल की भरपाई
✔ रिटायरमेंट के बाद ₹45,000 मासिक पेंशन
अन्य राज्यों की तुलना – बिहार कहाँ खड़ा?
2025 के हिसाब से—
तेलंगाना और महाराष्ट्र — सबसे ज्यादा सैलरी (₹2.5 लाख/माह)
हरियाणा, यूपी, आंध्र प्रदेश — लगभग समान लेवल
त्रिपुरा, केरल — सबसे कम सैलरी
बिहार का पैकेज मध्यम श्रेणी में आता है, लेकिन सुविधाओं को जोड़कर देखा जाए तो यह कई राज्यों से काफी बेहतर माना जाता है।
जनता का सवाल: क्या सुविधाएँ जनता के मुकाबले ज्यादा हैं?
नई सरकार बनने से पहले यह बहस फिर से गर्म है कि—
“क्या जनता को मिलने वाली सेवाओं की तुलना में विधायकों की सैलरी और सुविधाएँ बहुत ज्यादा नहीं?”
सवाल बड़ा है, और बिहार की जनता इसका जवाब नई सरकार के कामकाज में ढूंढ रही है।