खबरीलाल टाइम्स डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में विभागों का पुनर्विभाजन किया, जिससे कई मंत्रियों को निराशा का सामना करना पड़ा। इस पुनर्विभाजन में, सबसे ताकतवर माने जाने वाले मंत्रियों के विभाग में बदलाव किया गया, और कुछ को उनका अहम विभाग भी वापस ले लिया गया।

विभागों के बंटवारे के बाद, डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा से खनन और कला-संस्कृति जैसे महत्वपूर्ण विभाग छीने गए। वहीं, मंत्री मंगल पांडेय को कृषि विभाग से हाथ धोना पड़ा, जबकि स्वास्थ्य विभाग में उनकी अहमियत बनी रही। मंत्री प्रेम कुमार से वन और पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी छिन गई, और मंत्री नीतीश मिश्रा से पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी वापस ले ली गई।

इन बदलावों के बाद, कई मंत्री असंतुष्ट नजर आए, खासकर जिनका प्रभावी विभाग उनसे ले लिया गया। हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन परिवर्तनों को गठबंधन की स्थिरता और आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में आवश्यक बताया है।

इनकी कम हुई ताकत 

उप मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल रहे विजय कुमार सिन्हा के पास अब तक तीन विभाग थे. पथ निर्माण विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग और  कला संस्कृति एवं युवा विभाग में दो विभाग उनसे ले लिया गया है. अब वे खान एवं भूतत्व विभाग और कृषि विभाग के मंत्री हैं. इसी तरह प्रेम कुमार के पास सहकारिता और पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग था लेकिन अब वे सिर्फ सहकारिता विभाग के मंत्री रह गए हैं. नीतीश मिश्रा के पास पहले उद्योग और पर्यटन था लेकिन अब सिर्फ उद्योग रह गया है. इसी तरह नितिन नवीन भी नगर विकास और विधि विभाग के मंत्री थे लेकिन अब उनका विभाग बदलकर  पथ निर्माण विभाग कर दिया गया है. मंगल पांडे के पास स्वास्थ्य और कृषि विभाग था लेकिन उनसे कृषि विभाग छीनकर उन्हें स्वास्थ्य और विधि विभाग का जिम्मा दिया गया है. 

संतोष सुमन से दो विभाग छिने 

हम कोटे से मंत्री संतोष सुमन के पास अब तक तीन विभाग थे. जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के पास सूचना प्रौद्योगिकी, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग और लघु जल संसाधन विभाग का जिम्मा था लेकिन उनके पास अब सिर्फ लघु जल संसाधन विभाग रह गया है. ऐसे में उनके दो विभाग छिन गए हैं. 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *