खबरीलाल टाइम्स नई दिल्ली डेस्क : संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) 17, 18 और 19 मार्च 2025 को नई दिल्ली स्थित आईजीएनसीए के समवेत सभागार में एक जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ अपना 38वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रख्यात कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी जो भारत की समृद्ध कलात्मक और सांस्कृतिक परंपराओं को उजागर करेंगी।  

इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति और सांस्कृतिक क्षेत्र के दिग्गज शामिल होंगे जिनमें पूर्व राज्यसभा सांसद और आईजीएनसीए ट्रस्टी पद्म विभूषण डॉ. सोनल मानसिंह, आईजीएनसीए अध्यक्ष पद्म भूषण श्री राम बहादुर राय और आईजीएनसीए ट्रस्टी पद्म विभूषण डॉ. पद्मा सुब्रमण्यम प्रमुख हैं। इसमें आईजीएनसीए ट्रस्टी पद्मश्री डॉ. दया प्रकाश सिन्हा, शिक्षाविद,  प्रसिद्ध संगीतज्ञ व आईजीएनसीए ट्रस्टी पद्मश्री डॉ. भरत गुप्त और आईजीएनसीए सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी भी उपस्थित रहेंगे।

17 मार्च 2025 को शाम 6:00 बजे, सांस्कृतिक अध्ययन एवं विकास केंद्र के सहयोग से हवेली संगीत पर एक संगोष्ठी आयेाजित की जाएगी। हवेली संगीत के विशेषज्ञ और प्रख्यात संगीतज्ञ आचार्य श्री रणछोड़लालजी गोस्वामी द्वारा संचालित इस सत्र में हवेली संगीत के ऐतिहासिक व भक्ति महत्व और भारतीय शास्त्रीय संगीत पर इसके प्रभाव पर चर्चा की जाएगी।  

18 मार्च का कार्यक्रम, शाम 6:00 बजे ‘आदि अनंत‘ से शुरू होगा जो कि कलरीपायट्टु और छऊ का मिश्रण है। इसे संगीता शर्मा के निर्देशन और कोरियोग्राफी के तहत अन्वेषण समूह द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। शाम 7:00 बजे, प्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका रोंकिनी गुप्ता एक भावपूर्ण प्रस्तुति देंगी।

19 मार्च को शाम 6:00 बजे प्रसिद्ध भजन, लोक और मांड गायिका पद्मश्री बेगम बतूल अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगी। इसके बाद शाम 7:00 बजे सुभाष देवराडी एंड ग्रुप द्वारा वीर नृत्य और उत्तराखंड के अन्य लोक नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे।

आईजीएनसीए आपको इस महत्वपूर्ण उत्सव का हिस्सा बनने और भारत की विविध सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों के उत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता

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