इस इनकार को लेकर भारत में सवाल उठने लगे हैं – क्या पड़ोसी मुल्क मानवीय संकट में भी सहयोग से पीछे हट जाएगा? विशेषज्ञों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय एविएशन प्रोटोकॉल में ऐसे मामलों में सहयोग की सिफारिश की जाती है। इतिहास भी गवाह है
यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने नागरिक विमानों को लेकर विवादास्पद निर्णय लिया हो। 2019 में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने अपने नागरिक विमानों को जानबूझकर भारत के मिसाइल दायरे में उड़ने की छूट दी थी। निष्कर्ष:
विमान तो सुरक्षित पहुंच गया, लेकिन इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय मानवता और जिम्मेदारी के मुद्दे पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है।