खबरीलाल टाइम्स डेस्क : प्रधानमंत्री मुंबई में विश्व दृश्य-श्रव्य और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) का उद्घाटन करेंगे
भारत 25 देशों के मंत्रिस्तरीय भागीदारी के साथ वैश्विक मीडिया वार्ता की मेजबानी करेगा
प्रधानमंत्री केरल में विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय गहरा जल बहु-उद्देशीय बंदरगाह राष्ट्र को समर्पित करेंगे
यह भारत का पहला समर्पित कंटेनर ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह है
प्रधानमंत्री अमरावती में 58,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे
क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश में कई सड़क और रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 1 और 2 मई को महाराष्ट्र, केरल और आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे। वे 1 मई को मुंबई जाएंगे और सुबह करीब 10:30 बजे विश्व दृश्य-श्रव्य और मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) का उद्घाटन करेंगे।
इसके बाद वह केरल जाएंगे और 2 मई को सुबह करीब 10:30 बजे विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय गहरा जल बहु-उद्देशीय बंदरगाह को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश जाएंगे और दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अमरावती में 58,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री एक सार्वजनिक समारोह को भी संबोधित करेंगे।
महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में भारत के अपनी तरह के पहले विश्व श्रव्य-दृश्य और मनोरंजन शिखर सम्मेलन वेव्स 2025 का उद्घाटन करेंगे। “कनेक्टिंग क्रिएटर्स, कनेक्टिंग कंट्रीज” टैगलाइन के साथ चार दिवसीय यह शिखर सम्मेलन दुनिया भर के क्रिएटर्स, स्टार्टअप्स, उद्योग जगत के दिग्गजों और नीति निर्माताओं को एक साथ लाकर भारत को मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल नवाचार के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए तैयार है।
रचनात्मकता, प्रौद्योगिकी और प्रतिभा का लाभ उठाकर एक उज्जवल भविष्य को आकार देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप, वेव्स में फिल्मों, ओटीटी, गेमिंग, कॉमिक्स, डिजिटल मीडिया, एआई, एवीजीसी-एक्सआर, प्रसारण और उभरती तकनीक को एकीकृत किया जाएगा, जिससे यह भारत के मीडिया और मनोरंजन कौशल का एक व्यापक प्रदर्शन बन जाएगा। वेव्स का लक्ष्य 2029 तक 50 बिलियन डॉलर का बाजार खोलना है, जिससे वैश्विक मनोरंजन अर्थव्यवस्था में भारत की उपस्थिति का विस्तार होगा।
वेव्स 2025 में, भारत पहली बार ग्लोबल मीडिया डायलॉग (जीएमडी) की मेजबानी भी करेगा, जिसमें 25 देशों के मंत्री भाग लेंगे, जो वैश्विक मीडिया और मनोरंजन परिदृश्य के साथ देश के जुड़ाव में एक मील का पत्थर साबित होगा। शिखर सम्मेलन में वेव्स बाज़ार भी शामिल होगा, जो 6,100 से ज़्यादा खरीदारों, 5,200 विक्रेताओं और 2,100 परियोजनाओं वाला एक वैश्विक ई-मार्केटप्लेस है। इसका उद्देश्य स्थानीय और वैश्विक स्तर पर खरीदारों और विक्रेताओं को एक साथ लाना है, ताकि व्यापक नेटवर्किंग और व्यावसायिक अवसर सुनिश्चित किए जा सकें।
प्रधानमंत्री क्रिएटोस्फियर का दौरा करेंगे और करीब एक साल पहले शुरू की गई 32 क्रिएट इन इंडिया चुनौतियों में से चुने गए क्रिएटर्स से बातचीत करेंगे, जिसके लिए एक लाख से ज़्यादा रजिस्ट्रेशन हुए थे। वे भारत मंडप का भी दौरा करेंगे।
वेव्स 2025 में 90 से ज़्यादा देशों के लोग हिस्सा लेंगे, जिसमें 10,000 से ज़्यादा प्रतिनिधि, 1,000 क्रिएटर, 300 से ज़्यादा कंपनियां और 350 से ज़्यादा स्टार्टअप शामिल होंगे। इस शिखर सम्मेलन में 42 पूर्ण सत्र, 39 ब्रेकआउट सत्र और 32 मास्टरक्लास होंगे, जो प्रसारण, इन्फोटेनमेंट, एवीजीसी-एक्सआर, फ़िल्म और डिजिटल मीडिया सहित विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किए जाएंगे।
केरल में प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री 8,900 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विझिंजम अंतर्राष्ट्रीय गहरा जल बहुउद्देशीय बंदरगाह राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह देश का पहला समर्पित कंटेनर ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह है जो विकसित भारत के एकीकृत दृष्टिकोण के तहत भारत के समुद्री क्षेत्र में किए जा रहे परिवर्तनकारी प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है।
रणनीतिक महत्व वाले विझिंजम बंदरगाह को एक प्रमुख प्राथमिकता वाली परियोजना के रूप में पहचाना गया है, जो वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति को मजबूत करने, लॉजिस्टिक्स दक्षता को बढ़ाने और कार्गो ट्रांसशिपमेंट के लिए विदेशी बंदरगाहों पर निर्भरता को कम करने में योगदान देगा। लगभग 20 मीटर की इसकी प्राकृतिक गहराई और दुनिया के सबसे व्यस्त समुद्री व्यापार मार्गों में से एक के पास स्थित होने से वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति और मजबूत होती है।
प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश में
प्रधानमंत्री अमरावती में 58,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, आधारशिला रखेंगे और राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
देश भर में विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश में 7 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं में राष्ट्रीय राजमार्गों के विभिन्न खंडों का चौड़ीकरण, सड़क ओवर ब्रिज और सबवे का निर्माण आदि शामिल हैं। इन परियोजनाओं से सड़क सुरक्षा और बेहतर होंगी; रोजगार के अवसर पैदा होंगे; तिरुपति, श्रीकालहस्ती, मालाकोंडा और उदयगिरि किले जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान होगी।
प्रधानमंत्री राष्ट्र को रेलवे परियोजनाएं भी समर्पित करेंगे जिनका उद्देश्य कनेक्टिविटी और क्षमता को बढ़ाना है। इन परियोजनाओं में बुग्गनपल्ले सीमेंट नगर और पन्यम स्टेशनों के बीच रेल लाइन का दोहरीकरण, रायलसीमा तथा अमरावती के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाना और न्यू वेस्ट ब्लॉक हट केबिन और विजयवाड़ा स्टेशनों के बीच तीसरी रेल लाइन का निर्माण शामिल है।
प्रधानमंत्री 6 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं और एक रेल परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे। इन परियोजनाओं में राष्ट्रीय राजमार्गों के विभिन्न खंडों का चौड़ीकरण, एलिवेटेड कॉरिडोर, हाफ क्लोवर लीफ और रोड ओवर ब्रिज का निर्माण शामिल है। इन परियोजनाओं से कनेक्टिविटी, अंतर-राज्यीय यात्रा में सुधार होगा, भीड़भाड़ कम होगी और समग्र लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार होगा। गुंटकल पश्चिम और मल्लप्पा गेट स्टेशनों के बीच रेल ओवर रेल निर्माण से मालगाड़ियों को बायपास करने और गुंटकल जंक्शन पर भीड़भाड़ कम करने का लक्ष्य हासिल होगा।
प्रधानमंत्री कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, जिनमें विधानसभा, उच्च न्यायालय, सचिवालय, अन्य प्रशासनिक भवन और 5,200 से अधिक परिवारों के लिए आवास भवन शामिल हैं। इन पर 11,240 करोड़ रुपये से अधिक की लागत है। इसमें ट्रंक इंफ्रास्ट्रक्चर और बाढ़ शमन परियोजनाएं भी शामिल होंगी, जिसमें 320 किलोमीटर का विश्व स्तरीय परिवहन नेटवर्क, भूमिगत उपयोगिताओं और उन्नत बाढ़ प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं, जिनकी लागत 17,400 करोड़ रुपये से अधिक है। लैंड पूलिंग स्कीम इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में राजधानी अमरावती में 20,400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 1,281 किलोमीटर सड़कें शामिल होंगी, जो सेंट्रल मीडियन, साइकिल ट्रैक और एकीकृत उपयोगिताओं से सुसज्जित होंगी।
प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश के नागयालंका में करीब 1,460 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मिसाइल परीक्षण रेंज की आधारशिला भी रखेंगे। इसमें एक प्रक्षेपण केंद्र, तकनीकी उपकरण सुविधाएं, स्वदेशी रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम शामिल होंगे जो देश की रक्षा तैयारियों को बढ़ाएंगे।
प्रधानमंत्री विशाखापत्तनम के मधुरवाड़ा में पीएम एकता मॉल की आधारशिला रखेंगे। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देना, मेक इन इंडिया पहल में मदद करना, एक जिला एक उत्पाद को बढ़ावा देना, रोजगार के अवसर पैदा करना, ग्रामीण कारीगरों को सशक्त बनाना और स्वदेशी उत्पादों की बाजार में उपस्थिति बढ़ाना है।