खबरीलाल टाइम्स, पंजाब डेस्क: अमृतसर उपायुक्त महोदया साक्षी साहनी द्वारा शुरू किए गए ‘भविष्य का टाइकून’ कार्यक्रम के संबंध में स्थानीय स्वरूप रानी राजकीय महाविद्यालय (इस्त्रियन) में जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को संबोधित करते डिप्टी महोदय। ਈ. ਓ. जिला रोजगार कार्यालय s. तीर्थपाल सिंह ने कहा कि ‘फ्यूचर टाइकून’ कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य आम लोगों तक पहुंचना और उनकी व्यावसायिक प्रतिभा को एक आवश्यक मंच प्रदान करना है। उन्होंने उल्लेख किया कि कार्यक्रम के तहत महिलाओं के लिए आवेदन करने के लिए एक अलग श्रेणी बनाई गई है, जो उन महिलाओं के लिए एक ऊंचा मंच प्रदान करने के लिए जो किसी भी कारण से अपने व्यावसायिक सपनों को पूरा नहीं कर पाई हैं। उन कॉलेज के सभी छात्रों से ‘फ्यूचर टाइकून’ कार्यक्रम में भाग लेने का आग्रह किया गया।


स: तीर्थपाल सिंह ने कहा कि पूरी दुनिया में ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां व्यापार के क्षेत्र में महिलाओं ने अपना लोहा तेज किया है। उन्होंने कहा कि अमृतसर शहर की अपनी प्रतिष्ठित वाणिज्यिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है, इसे ध्यान में रखते हुए वर्तमान सरकार ने अमृतसर के लोगों को एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है, जिसके माध्यम से वे अपनी व्यावसायिक प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं और समाज के लिए कुछ विशेष कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि शहर का कोई भी निवासी इस कार्यक्रम के तहत भाग ले सकता है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकें। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को भारी प्रतिक्रिया मिल रही है और कई लोगों ने गुमनाम पत्रों में भेजा है। अन्य जानकारी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि फ्यूचर टाइकून प्रोग्राम के तहत प्राप्त व्यवसायिक विचार को हकीकत में बदलने के लिए जिला प्रशासन से वित्तीय सहायता, कॉपीराइट प्रमोशन, एक्सपर्ट राय और कोई भी आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न वर्गों में प्रथम स्थान हासिल करने वाली परियोजना को 50 हजार, दूसरे स्थान पर 20 हजार और तीसरे स्थान पर 10 हजार का नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना नेप्रे में बेहतर वृद्धि के लिए आई है। ਆਈ. एम, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय और पीएचडी चैंबर ने भी हर तरह की सहायता देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए एक क्यूआर कोड भी लॉन्च किया है, जिस पर स्कैन करके अपना विचार पंजीकृत कर सकते हैं। फोन नंबर 9915789068 पर संपर्क करके भी सहायता के लिए जा सकते हैं। इस अवसर पर कॉलेज की एग्जीक्यूटिव प्रिंसिपल श्रीमती सुरिंदर कौर, कैरियर काउंसलर गौरव कुमार, चैतन्य सहगल, पंकज कुमार शर्मा, प्रोफेसर वंदना अरोड़ा, प्रोफेसर वंदना बजाज, प्रोफेसर मंजीत कौर, प्रोफेसर अमनदीप कौर भट्टी और प्रोफेसर किरणजीत कौर भी मौजूद थे।

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