सूत्रों के मुताबिक, रमन अरोड़ा ने जालंधर नगर निगम के कुछ अफसरों की मिलीभगत से आम लोगों को झूठे नोटिस भिजवाए। बाद में उन नोटिसों को खत्म करवाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूली गई। इस भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आने के बाद विजिलेंस ने मामले की जांच शुरू की और अब कार्रवाई करते हुए रेड की गई है।
सरकार की इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के रूप में देखा जा रहा है। खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान कई बार यह कह चुके हैं कि चाहे कोई भी हो, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
AAP के लिए यह कदम राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है, क्योंकि पार्टी ने खुद के खिलाफ कार्रवाई कर यह संदेश देने की कोशिश की है कि उसकी प्राथमिकता जनता और ईमानदारी है, न कि पार्टी के नेता।
इस मामले में अभी और भी खुलासे होने की उम्मीद है। विजिलेंस ब्यूरो की जांच जारी है।