अमृतसर स्थित स्वामी विवेकानंद नशा छुड़ाओ केंद्र, जो सरकारी मेडिकल कॉलेज परिसर में संचालित है, वहां प्रतिदिन सुबह और शाम योग प्रशिक्षक सचित्र शर्मा द्वारा करीब 50 मरीजों को योगाभ्यास कराया जा रहा है। इन योग सत्रों में *रिलैक्सेशन, मेडिटेशन, सूक्ष्म व्यायाम, लाफिंग थैरेपी, क्लैपिंग, योग आसन और प्राणायाम* जैसी गतिविधियां शामिल हैं। यह सभी क्रियाएं मरीजों को तनावमुक्त कर उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार सिद्ध हो रही हैं।
सीएम योगशाला के अमृतसर जिला कोऑर्डिनेटर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ नशे से मुक्ति दिलाना नहीं, बल्कि नशे की गिरफ्त में आए लोगों को एक नया जीवन देना है। उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाकर समाज की मुख्यधारा में वापस लाना इस मुहिम का लक्ष्य है।
योग सत्रों में भाग लेने वाले युवक-युवतियों में एक नई ऊर्जा और उमंग देखी जा रही है। वे इस पहल में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और नशे की दुनिया को छोड़ सामान्य जीवन की ओर बढ़ रहे हैं।
सरकार की यह पहल समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इससे न केवल नशा पीड़ितों को राहत मिल रही है, बल्कि पूरे समाज को भी एक नई दिशा मिल रही है।
पंजाब सरकार की यह मुहिम एक मिशाल बन रही है—जहां योग के जरिए मिल रहा है नशा मुक्त जीवन का संबल।