जस्टिस अभय एस ओका और उज्जल भुइंया की पीठ ने एक व्यवसायिक विवाद के मामले में सुनवाई के दौरान ये टिप्पणी की। दरअसल सुनवाई के दौरान पेश हुए एक वकील ने कोर्ट से अपील की कि सुनवाई के चार हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया जाए, क्योंकि वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे इस मामले में आगे सुनवाई करेंगे। वकील ने बताया कि साल्वे अभी विदेश में हैं और जब वे वापस भारत लौटेंगे तो सुनवाई में शामिल होंगे। इस पर पीठ ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ‘क्या आपको ऐसा लगता है कि हम मामले की सुनवाई इसलिए स्थगित कर देंगे क्योंकि आपने एक वरिष्ठ वकील का नाम लिया है? वकीलों को ये आदत छोड़नी होगी। हम इस आधार पर सुनवाई स्थगित नहीं कर सकते।’ पीठ ने कहा कि ‘हम इस सोच को खत्म करना चाहते हैं।’ हालांकि बाद में पीठ ने वकील की अपील को स्वीकार कर लिया और मामले की सुनवाई स्थगित कर दी। हरीश साल्वे देश के जाने-माने वकील हैं और कई हाई प्रोफाइल मामलों से जुड़े रहे हैं। पूर्व में भी सुप्रीम कोर्ट ने वकीलों को लगाई थी फटकार
इससे पहले जनवरी में भी अदालत ने एक वकील को फटकार लगाई थी क्योंकि वकील अपनी कार से ही सुनवाई में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे। अदालत ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए वकील को फटकारा था और अदालत की गरिमा बनाए रखने का निर्देश दिया था।