पंजाब के कैबिनेट मंत्री सरदार लालजीत सिंह भुल्लर ने आज विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों — कोट बुधा, जल्लोके, सबरान और आसपास के अन्य इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने किसानों और ग्रामीणों से बातचीत करते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई संभव नहीं है, लेकिन भगवंत मान सरकार लोगों की पीड़ा दूर करने के लिए बड़े स्तर पर राहत कार्य कर रही है।
20 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा — पहली बार इतना बड़ा राहत पैकेज
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पहले भी बाढ़ से फसलें खराब हुई हैं, लेकिन इतिहास में पहली बार पंजाब सरकार ने किसानों को 20,000 रुपये प्रति एकड़ का मुआवजा दिया है।यह राशि सीधे किसानों के खातों में भेजी जा रही है।
8000 क्विंटल गेहूं का बीज मुफ्त वितरित
उन्होंने बताया कि प्रभावित किसानों को- फ्री गेहूं बीज,
- चारा,
- चोकर
- और डीज़ल
जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक करीब 8000 क्विंटल गेहूं बीज मुफ्त बांटा जा चुका है।
पराली प्रबंधन मशीनों पर अब तक 10 करोड़ की सब्सिडी
सरदार भुल्लर ने किसानों से अपील की कि वे फसल अवशेषों को न जलाएँ, क्योंकि इससे- मिट्टी की उर्वरता घटती है
- पर्यावरण प्रदूषित होता है
- और बुजुर्गों एवं बच्चों को गंभीर बीमारियाँ होती हैं।
गांवों में सड़कों का निर्माण जल्द शुरू होगा
ग्रामीणों की समस्याएँ सुनने के बाद मंत्री ने कहा कि इन क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है।उन्होंने लोगों से कहा कि बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा दें ताकि वे समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
