जिलाधिकारी ने कहा कि 44.03 करोड़ रूपये की लागत से बाबा कुशेश्वरस्थान का सौंदर्यीकरण एवं विकास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना, स्नान, धर्मशाला, शादी मंडप पार्किंग आदि की विकास में प्रगति लाने का निर्देश दिया।, इससे वृहद पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है । इससे कुशेश्वरस्थान के देवों के देव महादेव मंदिर को विस्तृत ढंग से सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है। यथा शीघ्र काम शुरू करने के लिए अधिकारियों को आज महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया ।अनुमंडल पदाधिकारी बिरौल को कहा गया कि रविवार को धर्मशाला निर्माण के लिए जगह को चिन्हित कर कार्य शुरू करायें।
जाले प्रखंड के अंतर्गत कि 14.99 करोड़ की लागत से अहिल्या स्थान का भगवान राम के मंदिर का सौंदर्यीकरण हो रहा है। इसके अलावा मंदिर के विस्तार के लिए 8.20 करोड़ की लागत से अहिल्या स्थान के विकास हेतु भू-अर्जन का कार्य किया जाएगा।
56.80 करोड़ रुपये की लागत से शिक्षा विभाग के अंतर्गत मिथिला शोध संस्थान का आधुनिकरण एवं संरक्षण का कार्य किया जाएगा। मिथिला शोध संस्थान के वृहद और उल्लेखनीय विकास के लिए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को कई निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि मिथिला शोध संस्थान के अंतर्गत एकेडमी, गेस्ट हाउस आदि का निर्माण शीघ्र शुरू करायें। इसके अलावा चाहरदीवारी का निर्माण, संपर्क पथ को चौड़ीकरण और नदी पर एक बड़े पुल निर्माण के संबंध में समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने मोबाइल के माध्यम से वन विभाग के रेंजर को कहा कि वन विभाग का नर्सरी को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने के कहा।
बैठक में उप निदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद, जिला भू अर्जन पदाधिकारी बालेश्वर प्रसाद, उप समाहर्ता निशांत कुमार एवं संबंधित पदाधिकारी अभियंता आदि उपस्थित थे।

