खबरीलाल टाइम्स बिहार डेस्क: बिहार में उद्योग और पर्यटन मंत्री के रूप में कार्यरत नीतीश मिश्र पर अब झंझारपुर के नागरिकों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि नीतीश मिश्र के नेतृत्व में झंझारपुर में न तो कोई उद्योग स्थापित किया गया और न ही पर्यटन के क्षेत्र में कोई विशेष पहल की गई।

मिथिला स्टूडेंट यूनियन के संस्थापक सदस्य, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा का कहना है कि नीतीश मिश्र ने केवल चुनावों के समय झंझारपुर का नाम लिया और झंझारपुर के लोगों से वोट मांगा, लेकिन उनके कार्यकाल में झंझारपुर के विकास के लिए कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाए गए। जबकि वे बिहार सरकार में उद्योग और पर्यटन मंत्री हैं, लेकिन झंझारपुर में इस दिशा में कोई ठोस कार्य नहीं दिखाई देता।

उद्योग की बात करें तो झंझारपुर में अब तक किसी बड़े उद्योग की स्थापना नहीं हुई है। रोजगार के अवसर बहुत सीमित हैं, जिससे यहां के लोग राज्य के अन्य हिस्सों में काम की तलाश में जाने को मजबूर होते हैं। बिहार सरकार के उद्योग और पर्यटन मंत्री होने के बावजूद नीतीश मिश्र ने झंझारपुर के विकास के लिए कोई ठोस योजना या पहल नहीं की है।

वहीं, पर्यटन के मामले में भी स्थिति बहुत खराब है। झंझारपुर में पर्यटन स्थल के विकास की बात करें तो यहां भी कोई खास सुधार नहीं हुआ। झंझारपुर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व होने के बावजूद, पर्यटन स्थल की सुविधाओं का सुधार और प्रचार-प्रसार नहीं हो पाया। यह स्थिति स्थानीय लोगों के लिए निराशाजनक है, क्योंकि वे उम्मीद करते थे कि उनके प्रतिनिधि इस दिशा में काम करेंगे और झंझारपुर को पर्यटन के लिहाज से एक नई पहचान दिलवाएंगे।

स्थानीय नागरिकों का कहना है कि नीतीश मिश्र का ध्यान सिर्फ सत्ता और चुनावी राजनीति पर है, जबकि उन्हें झंझारपुर के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने और उनकी समस्याओं का समाधान करने की प्राथमिकता देनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *